राज्य में मजबूत होगा पॉवर ट्रांसमिशन सिस्टम, पिटकुल बोर्ड ने उत्तराखंड इंटीग्रेटेड ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन एंड स्ट्रेंथनिंग सिस्टम पर लगाई मुहर, ब्रह्मवारी रुद्रपुर रुद्रप्रयाग में बनेगा 220 केवी सब स्टेशन, केदारनाथ में मजबूत होगा पॉवर सप्लाई सिस्टम
देहरादून।
राज्य में पॉवर ट्रांसमिशन सिस्टम को मजबूत किए जाने को लेकर पिटकुल बोर्ड बैठक में मुहर लगी। तय हुआ कि केदारनाथ धाम में पॉवर सप्लाई सिस्टम मजबूत किए जाने को ब्रह्मवारी रुद्रपुर रुद्रप्रयाग में 220 केवी सब स्टेशन तैयार होगा।
पिटकुल मुख्यालय में शुक्रवार को हुई बोर्ड बैठक में राज्य के पॉवर ट्रांसमिशन सिस्टम को मजबूत किए जाने पर चर्चा हुई। तय किया गया कि केदारनाथ धाम के साथ ही रुद्रप्रयाग व आस पास के क्षेत्र में तैयार हो रहे हाइड्रो प्रोजेक्ट की बिजली के इस्तेमाल को समय पर पॉवर सब स्टेशन के साथ ही ट्रांसमिशन लाइनों का काम पूरा कर लिया जाए। इस सब स्टेशन से 15 मेगावाट मदमहेश्वर प्रोजेक्ट समेत काली गंगा वन और काली गंगा दो हाइड्रो प्रोजेक्ट समेत अन्य प्रोजेक्ट और भविष्य में तैयार होने वाले पॉवर प्रोजेक्ट की बिजली भी ट्रांसमिशन सिस्टम में आ सकेगी।
बैठक में तय हुआ कि राज्य के पॉवर ट्रांसमिशन सिस्टम को अगले 20 साल के पॉवर प्रोजेक्ट से मिलने वाली बिजली को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जाएगा। सिस्टम इस तरह तैयार होगा, ताकि कभी ब्लैक आउट की स्थिति पैदा न हो। इसके लिए उत्तराखंड इंटीग्रेटेड ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन एंड स्ट्रेंथनिंग सिस्टम तैयार होगा। इसके लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक, रुरल इलेक्ट्रिफिकेशन कार्पोरेशन समेत पॉवर फाइनेंस कार्पोरेशन से वित्तीय सहायता ली जाएगी। तय हुआ कि इन एजेंसियों में से उसका चयन किया जाएगा, जिसमें राज्य को अधिक से अधिक पैसा ग्रांट के रूप में मिल सके। बैठक में पिटकुल के विद्युत नियामक आयोग को भेजे जाने वाले सालाना एआरआर पर भी मुहर लगी। बैठक में सचिव ऊर्जा राधिका झा, एमडी डा. नीरज खैरवाल समेत सभी निदेशक और स्वतंत्र निदेशक मौजूद रहे।
मार्च 2021 तक तैयार होगा बिंदाल पुरुकुल 132 केवी लाइन
राजधानी में कभी ब्लैक आउट की स्थिति पैदा न हो और सभी जोन में बिना किसी बाधा के पॉवर सप्लाई होते रहे, इसके लिए मार्च 2021 तक सिस्टम तैयार कर लिया जाएगा। 132 केवी बिंदाल-पुरुकुल लाइन के तैयार होने के बाद बिंदाल और पुरुकुल सब स्टेशन आपस में जुड़ जाएंगे। इससे देहरादून के सभी स्टेशन आपस में इंटर कनेक्ट हो जाएंगे। ऐसे में किसी भी सब स्टेशन में कोई फॉल्ट आने के कारण पॉवर सप्लाई बाधित नहीं होगी।