कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बजट सत्र को बीच में छोड़ कर आने पर उठाए सवाल, बोले, भाजपा के भीतर नहीं चल रहा कुछ भी ठीक ठाक, सदन तक में सत्ता पक्ष गंभीर नहीं

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कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बजट सत्र को बीच में छोड़ कर आने पर उठाए सवाल, बोले, भाजपा के भीतर नहीं चल रहा कुछ भी ठीक ठाक, सदन तक में सत्ता पक्ष गंभीर नहीं

देहरादून।

बजट सत्र से लौटने के बाद कांग्रेस भवन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने सदन के भीतर जनहित के सभी मुद्दों को बहुत मजबूती के साथ उठाया। फिर चाहे मंहगाई का मुद्दा हो, बेरोजगारी का, किसानों का, घाट पर मातृशक्ति पर हुए लाठी चार्ज का, आपदा प्रबन्धन का या फिर गन्ना किसानों का, सभी मुद्दों पर विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा। सरकार के मंत्रियों के पास विपक्ष के सवालों का जवाब तक नहीं रहा। हर मुद्दे पर या तो हास्यास्पद जवाब देते हुए नजर आये या घिरते हुए।
आरोप लगाया कि बजट जैसे गम्भीर मुद्दे पर भी जिस तरह से त्रिवेन्द्र रावत और उनके ज्यादातर विधायक भराडीसैण के सत्र को बीच में छोड़कर आनन-फानन में हेलीकॉप्टर से देहरादून तलब किए, वह भाजपा में आये बडे तूफान की ओर इशारा करता है। प्रीतम बोले कि सरकार का सदन के भीतर जो रवैया रहा, उससे इस बात का अंदाजा हो गया था कि सरकार में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। उसकी पुष्टि शनिवार को देहरादून में सियासी भूचाल से हो गई।
कांग्रेस ने भाजपा को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि नेतृत्व परिवर्तन से भी भाजपा के जनविरोधी काम छुपने वाले नहीं हैं। कहा कि जिस तरह बजट सत्र के बीच में ही भाजपा के विधायक, मंत्री हेलीकॉप्टर से देहरादून लाए गए, उससे उनकी बजट सत्र को लेकर गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। कहा कि सत्ता पक्ष बजट सत्र तक में गंभीर नजर नहीं आया।
कहा कि अभी तो सिर्फ विपक्ष ही सरकार की विफलता गिना रहा था, अब सत्ताधारी दल के विधायकों ने भी इस पर मुहर लगा दी है। नेतृत्व परिवर्तन के सवाल पर प्रीतम सिंह ने कहा कि यह भाजपा का अंदरूनी मामला है, लेकिन मात्र नेतृत्व परिवर्तन से भाजपा के किए हुए पाप धुलने वाले नहीं हैं। भाजपा ने जनता का अपमान किया है। जिस जनता ने प्रचण्ड बहुमत एवं डबल इंजन वाली सरकार दी, उसे हर कदम पर निराश किया गया।
प्रीतम सिंह ने कह कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। आज बेरोजगारी के चलते चाहे प्रदेश का हताश व निराश युवा वर्ग हो या महिलाओं के प्रति बढ़ते हुए अपराध, किसानों की आत्महत्या, जन विरोधी जिला विकास प्राधिकरणों का गठन, भू-कानून में बदलाव कर भू माफियाओं को संरक्षण का मामला हो, सरकार की हर मामले में कलई खुल गई है। जनभावनाओं के विरूद्ध देवस्थानम बार्ड का गठन किया गया। बढ़ती हुई मंहगाई के साथ ही कोरोना काल में सरकार की निष्क्रियता व लचर स्वास्थ्य सेवायें हो या फिर आबकारी में घर-घर तक शराब पहुंचाने का मामला हो, सरकार ने हर मामले में छल किया है। कुम्भ जैसे महापर्व में भ्रष्टाचार कर देवभूमि का अपमान किया है।
प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार का मन गैरसैंण में नहीं लगात। जिस तरह 10 दिन के बजट सत्र को महज छह दिन में निपटाया गया, इससे एक बात साफ हो गई है कि भाजपा सरकार गैरसैंण को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। विधायकों के क्षेत्र की समस्यायें सुनने का वक्त तक नहीं है। आपसी कलह में ही चार साल गुजर गए हैं।
प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ दिनांक 14 मार्च को श्रीनगर से जनाक्रोश रैली का आगाज करेगी। इसके बाद 25 मार्च को हल्द्वानी, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ में रैलियां होगी। इसी तरह चरणबद्ध तरीके से सरकार के खिलाफ मंहगाई, बेरोजगारी, किसानों की दुर्दशा, महिलाओं का उत्पीड़न तथा विभिन्न जनपदों के स्थानीय मुद्दों को लेकर हल्ला बोल होगा।

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