वरिष्ठता सूची पर उठाए सवाल, पहले मुख्य अभियंता की डीपीसी की मांग, अधिशासी अभियंताओं ने खोला मोर्चा, आंदोलन की चेतावनी, एसई की डीपीसी से पहले नियमावली में संशोधन को लेकर बनाया दबाव
देहरादून।
उत्तराखंड जल निगम अधिशासी अभियंता एसोसिएशन ने जल निगम मुख्यालय पर जोरदार विरोध दर्ज कराया। वरिष्ठता सूची पर सवाल उठाते हुए प्रबंधन का घेराव किया। एमडी के साथ वार्ता में चेतावनी दी कि यदि अधीक्षण अभियंता पद पर डीपीसी नियमावली में संशोधन से पहले की गई, तो इसका विरोध होगा।
जल निगम मुख्यालय में एमडी एसके पंत से हुई वार्ता में एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीन कुमार राय और महामंत्री दीपक मलिक ने कहा कि सबसे पहले मुख्य अभियंता पद पर डीपीसी की जाए। इसके बाद एमडी पद पर डीपीसी हो। अधीक्षण अभियंता पद पर डीपीसी तब की जाए, जब तक की शासन स्तर से सेवा नियमावली में संशोधन न हो जाए। क्योंकि 2005 बैच के सहायक अभियंताओं को अलग अलग समय पर नियुक्ति दी गई। मेरिट लिस्ट में नीचे रहे कई लोगों को पहले नियुक्ति मिली। जबकि मेरिट लिस्ट में ऊपर आने वालों को बाद में नियुक्ति मिली। इससे वरिष्ठता प्रभावित हो रही है। ऐसे में एसई पद पर प्रमोशन के लिए 15 साल के नियम की बजाय उसे 14 साल किए जाने के प्रस्ताव को मंजूर होने दिया जाए।
चेतावनी दी कि यदि उससे पहले एसई पद पर डीपीसी हुई, तो इसका विरोध होगा। विरोध आक्रामक होगा। एसोसिएशन ने वरिष्ठता सूची पर भी सवाल उठाए। प्रबंधन ने आश्वासन दिया कि किसी के साथ कोई अन्याय नहीं होगा। सभी प्रक्रिया नियमानुसार हुई है। विरोध जताने वालों में अध्यक्ष प्रवीन राय, महामंत्री दीपक मलिक, जितेंद्र सिंह देव, संजय सिंह, सीताराम, सुभाष चंद्र, मोहम्मद मुस्तफा, मोहम्मद वसीम, नमिता त्रिपाठी, पल्लवी, मिशा सिन्हा, पीसी गौतम आदि मौजूद रहे। वार्ता में प्रबंधन के स्तर से एमडी एसके पंत, मुख्य अभियंता मुख्यालय केके रस्तोगी, महाप्रबंधक प्रशासन रकम पाल मौजूद रहे।