चार हजार उपनल के बिजली कर्मचारी भी आंदोलन की तैयारी में, आंदोलन में उतरे तो ठप हो जाएगा पॉवर सप्लाई सिस्टम, उत्तराखंड विद्युत संविदा कर्मचारी संगठन ने मुख्य सचिव को भेजा पत्र, उपनल कर्मचारी महासंघ के आंदोलन को दिया अपना नैतिक समर्थन
देहरादून।
उपनल कर्मचारी महासंघ के आंदोलन में कूदने को बिजली कर्मचारी भी तैयार हैं। विद्युत संविदा कर्मचारी संगठन से जुड़े चार हजार बिजली कर्मचारियों ने मुख्य सचिव को पत्र भेज कर चेतावनी दी है कि यदि समय पर मांगे न मानी गई। यदि किसी भी कर्मचारी के खिलाफ उत्पीड़न की कार्रवाई हुई, तो सीधे आंदोलन में शामिल हुआ जाएगा।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विनोद कवि ने कहा कि अभी बिजली कर्मचारियों ने नैतिक समर्थन दिया है। बिजली कर्मचारी पूरे आंदोलन में साथ खड़े हैं। फिलहाल आपातकालीन सेवाओं के तहत बिजली कर्मचारी सीधे आंदोलन में शामिल नहीं है। कहा कि सरकार समय रहते मांगों का निस्तारण करे। ऐसा न होने पर आंदोलन में शामिल होना तय है। सबसे पहले सरकार हाईकोर्ट के आदेश को लागू करे। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट से अपनी ओर से दाखिल रिट को वापस लिया जाए।
राज्य का पॉवर सप्लाई सिस्टम पूरी तरह उपनल कर्मचारियों पर निर्भर है। लाइनमैन, सब स्टेशन अफसर, डाटा एंट्री ऑपरेटर से लेकर मीटर रीडर, सुरक्षा गार्ड तक का काम उपनल कर्मचारी संभाले हुए हैं। मुख्यालय से लेकर मुख्य अभियंता, सर्किल, डिवीजन, सब डिवीजनों में भी उपनल कर्मचारियों के हाथ में ही कमान है। ऐसे में आंदोलन में उपनल कर्मचारियों के शामिल होने पर सबसे अधिक असर पड़ेगा।