आम जनता के लिए कब खुलेगा सचिवालय, कांग्रेस ने उठाया सवाल, सिर्फ भाजपा वालों के लिए ही क्यों खुला है सचिवालय
देहरादून।
कांग्रेस ने सचिवालय में आम लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित करने पर सवाल उठाए हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सदस्य गरिमा महरा दसौनी ने कहा कि सरकार ने तीन महिने से भी अधिक समय से सचिवालय में आम जनता, विपक्ष एवं मीडिया कर्मियों का प्रवेश प्रतिबंधित किया है। जबकि सरकार ने स्कूल, कालेज खोलने के आदेश कर दिए हैं। ऐसे में सचिवालय बंदी को लेकर सरकार की नीयत पर सवाल उठ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण का हवाला देकर सरकार आखिर सत्ता के केन्द्र सचिवालय में क्या छुपाना चाहती है। जबकि आज सभी प्रतिष्ठान, शिक्षण संस्थान, बाजार, शहर सब खोले जा रहे हैं। ऐसे में अकेले सचिवालय को बंद क्यों रखा जा रहा है। कहा कि सरकार की मंशा पहले से ही शक के घेरे में है। कोरोना संकट से पहले भी सरकार ने सचिवालय को पर्दे के पीछे रखने के लिए एक शासनादेश जारी किया था। इसमें मीडिया कर्मियों के अनुभागों में प्रवेश पर रोक लगाई थी। कहा कि जब बाहरी लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित है, तो वहां भारी संख्या में भाजपा और भाजपा से जुड़े अन्य संगठनों के लोग कैसे प्रवेश पा रहे हैं। सवाल किया कि दूर दराज ग्रामीण इलाकों से आई हुए जनता को यदि कोई परेशानी हो या वह अपने क्षेत्र के विकास कार्यों से जुड़ी जानकारी लेना चाहे, तो वह कहां जाए। इस फैसले को तानाशाही करार दिया।