भूलेख डाटा एंट्री ऑपरेटर संघ का कार्यबहिष्कार शुरू, पद सृजित करते हुए ऑपरेटरों को विनियमित किए जाने की मांग
देहरादून।
उत्तराखंड भू लेख डाटा एंट्री ऑपरेटर कम्प्यूटर ऑपरेटर संघ ने गुरुवार से प्रदेश भर में कार्यबहिष्कार शुरू हो गया है। संघ ने तहसीलों में पद सृजित करते हुए विनियमित किए जाने व वेतनमान बढ़ाए जाने की मांग की।
संघ से जुड़े कर्मचारियों ने मुख्य राजस्व आयुक्त कार्यालय पर धरना दिया। संघ के अध्यक्ष दीपचंद्र पाण्डेय और महामंत्री विकास रस्तोगी ने कहा कि भूलेख डाटा एंट्री ऑपरेटरों, कम्प्यूटर ऑपरेटरों के भूलेख कम्प्यूटर कक्ष में पद सृजित किए जाएं। सृजित पदों के सापेक्ष भूलेख डाटा एंट्री ऑपरेटर, कम्प्यूटर ऑपरेटरों को विनियमित किया जाए। जिला यूएसनगर, उत्तरकाशी, चंपावत, चमोली, रुद्रप्रयाग की तरह अन्य जिलों के कार्मिकों को भी विभागीय संविदा पर तैनात किया जाए। जिला टिहरी, पिथौरागढ़ के कर्मचारियों को निजी स्वार्थ के कारण बाहरी निजी एजेंसी के जरिए आउटसोर्स पर रखा गया है।
निजी एजेंसी द्वारा 28 प्रतिशत जीएसटी कटौती कर स्वीकृत मानदेय 13405 रुपये में से महज 8841 रुपये से दिया जा रहा है। जबकि वर्तमान में स्वीकृत मानदेय 15739 रिवाइज हो गया है। जो अभी तक भी नहीं दिया जा रहा है। कर्मचारियों को समय पर वेतन उपलब्ध कराया जाए। मांगों के निस्तारण को एक समिति का गठन किया जाए। समिति में संघ के पदाधिकारियों को अनिवार्य रूप से रखा जाए। उपनल की भांति वेतन, सुविधाएं दी जाएं। नियमावली तैयार की जाए। ताकि कर्मचारियों का कार्य निर्धारण किया जा सके। विरोध जताने वालों में दीप चंद पाण्डेय, विकास रस्तोगी, राकेश रावत, राजेंद्र सेलवान, मनोज पाण्डेय, शंकर दयाल भट्ट, नरेंद्र पुंडीर, सुरेंद्र कुमार, विपिन शाह, राजेंद्रनाथ गोस्वामी, प्रकाश गड़िया, हेम चंद तिवारी, सुनील दत्त आदि मौजूद रहे।