कर्मकार बोर्ड में अभी भी कुछ सामान्य नहीं, नहीं मिल रही हैं फाइलें, अब एफआईआर के आदेश, निशाने पर निलंबित कर्मचारी, अध्यक्ष ने तत्काल फाइलें न मिलने पर एफआईआर के सचिव को दिए निर्देश
देहरादून।
उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निनिर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के निलंबित कर्मचारी के पास अभी भी फाइलें होने का दावा किया जा रहा है। अहम फाइलें जहां बंद हैं, वहां की चाबियां तक नहीं मिल रही हैं। ऐसे में अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल ने बोर्ड सचिव मधु नेगी चौहान को तत्काल फाइलें न मिलने पर एफआईआर के आदेश दिए।
बोर्ड में गड़बड़ियों, दस्तावेज नष्ट करने के मामले में एक कर्मचारी को निलंबित कर दिया था। निलंबन श्रमायुक्त के निर्देश पर हुआ था। कर्मचारी को उसकी मूल तैनाती स्थल हरिद्वार ऑफिस अटैच कर दिया गया था। उसके बाद हुए सत्ता परिवर्तन के बाद उस कर्मचारी का दखल फिर ऑफिस में बढ़ने लगा। बोर्ड की कई अहम फाइलें अभी भी उसी के कब्जे में बताई जा रही हैं। ये बात पिछले दिनों हुई बोर्ड की ऑनलाइन बैठक में भी आई। अन्य कर्मचारियों ने फाइलों की जानकारी होने से इंकार ही कर दिया। सभी ने निलंबित कर्मचारी के दखल का जिक्र किया।
इस पर अध्यक्ष ने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने साफ किया कि ऑफिस में अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो लोग भी काम को प्रभावित करने का प्रयास करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
सचिव बोर्ड को साफ कर दिया गया है कि सभी फाइलों को अपनी कस्टडी में लें। कोई भी फाइल इधर से उधर गायब नहीं होनी चाहिए। जिस निलंबित कर्मचारी का नाम इस पूरे प्रकरण में सामने आ रहा है, उससे फाइलें ली जाएं। फाइलें न मिलने पर सीधे एफआईआर दर्ज कराई जाए।
शमशेर सिंह सत्याल, अध्यक्ष उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड