यमुनोत्री/उत्तरकाशी
विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम आ रहे देश-विदेश के श्रद्धालुओं को यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर कोई दिक्कत नही होनी चाहिए। यात्रियों के साथ विन्रमता एवं शालीनता का परिचय देते हुए श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम और सुरक्षित सम्पन्न कराएं। यह निर्देश जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के बाद रविवार को यमुनोत्री धाम में यात्रा व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण करते हुए ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों को दिए।
जिलाधिकारी ने सीओ पुलिस को निर्देशित किया कि आने वाले दिनों में यात्रियों की संख्या बढ़ने की प्रबल संभावना है। इसलिए यात्रा रूट एवं पैदल मार्ग को सुगम बनाते हुए अतिरिक्त प्रयास किए जाए। जानकीचट्टी पार्किंग स्थल से भीड़ नियंत्रण के साथ ही पैदल मार्ग पर चलने वाले यात्रियों के लिए अलग रास्ता एवं डंडी कंडी का संचालन करने वाले लोगों के लिए अलग मार्ग से पुलिस चौकी तक भेजने के निर्देश दिए। ताकि यात्रियों के आवागमन को लेकर कोई दिक्कत न हो सके। प्रीपेड काउंटर की ओर घोड़े खच्चरों को ही जाने दे, वाहनों को कतई भी ऊपर न जाने दिया जाय इस हेतु खरसाली जाने वाले पुल के पास बेरिकेटिंग लगाई जाए। साथ ही प्रीपेड काउंटर में अनावश्यक भीड़ एकत्रित न इस हेतु व्यस्थाओं की चुस्त दुरुस्त रखने के निर्देश दिए है।
जिलाधिकारी ने अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत को निर्देशित किया कि प्रत्येक दिन सफाई की व्यवस्था दुरुस्त रखी जाय। व्यापारिक प्रतिष्ठानों के साथ बातचीत कर प्लास्टिक कचरे को वेग में भरकर कॉम्पेक्टर के माध्यम से निस्तारण करना सुनिश्चित करें। साथ ही गीले एवं सूखे कूड़े का भी उचित तरीके से निस्तारण करने को कहा। पैदल मार्ग की नियमित सफाई करते हुए घोड़े, खच्चरों की लीद का उचित निस्तारण करें। जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान जानकीचट्टी एवं अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत को हिदायत देते हुए ठोस अपशिष्ट प्रबंधन का उचित प्रबंधन के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि निरीक्षण के दौरान यमुनोत्री पैदल यात्रा मार्ग पर सफाई व्यवस्था दुरुस्त पाई गई। साथ ही यात्रियों और घोड़े खच्चरों को पीने के पानी की भी जगह-जगह उपलब्धता पाई गई। शौचालय की स्वच्छता भी ठीक पाई गई। यात्रियों को रुकने के लिए बनाए गए शैड की स्वच्छता भी चाकचौबंद पाई गई। जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रा मार्ग पर नियमित सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने के निर्देश जिला पंचायत को दिए गए है। जिलाधिकारी ने इस दौरान यात्रा मार्ग पर लगे सफाई कर्मियों का भी हौसला बढ़ाते हुए उनके कार्यों की प्रशंसा की। तथा पूरी यात्राकाल में बेहतर कार्य करने को कहा। उन्होंने इस दौरान ढाबों ,होटलों और दुकानों में प्लास्टिक की बोतलों में लगे क्यूआर कोड का भी निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी ने एसडीएम एवं सीओ पुलिस को निर्देशित किया कि जानकीचट्टी बाजार में दिन के समय मालवाहको का प्रवेश पूर्णतया बन्द कराया जाय। ताकि दिन में यात्रियों को आने व जाने में कोई दिक्कत न हो सके। इस हेतु होटल,व्यापारियों एवं ढ़ाबा संचालकों के साथ वार्ता कर सहयोग लिया जाय। जिलाधिकारी ने अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत एवं सीवीओ को बीमार घोड़े,खच्चरों कतई भी यात्रा मार्ग पर नही भेजने के निर्देश दिए। साथ ही घोड़े-खच्चरों को पर्याप्त आराम देने हेतु उनके स्वामियों एवं हाकरों को निर्देशित किया गया।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि बिना स्वास्थ्य जांच के किसी भी यात्री को आगे न जाने दिया जाय। पैदल मार्ग पर यात्रियों की सुविधा के लिए तैनात एफएमआर के पास जीवन रक्षक दवाई एवं ऑक्सीजन की उपलब्धता बरकरार सुनिश्चित की जाय। साथ ही किसी रोग से ग्रस्त यात्री की हिस्ट्री पूछी जाय एवं उनसे अंडरटेकिंग ली जाय।
एसपी अपर्ण यदुवंशी ने यात्रा ड्यूटी पर तैनात पुलिस बल को सतर्कता के साथ ड्यूटी करने एवं संवेदनशील स्थानों पर वन-वे सिस्टम से वाहनों को छोड़ने, तीर्थ यात्रियों की हर सम्भव मदद करने के निर्देश दिए।घोड़ा-खच्चर व डंडी कंडी संचालकों को चयनित स्थान से ही यात्रियों को लाने व ले जाने के सम्बंध में सीओ बड़कोट को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। यात्रियों के द्वारा किसी भी प्रकार की पुलिस सहायता की सूचना पर एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस को तुरन्त रिस्पांस देने के निर्देश दिए। भीड़ की स्थिति से निपटने के लिए स्लॉट सिस्टम के आधार पर मंदिर परिसर में यात्रियों को दर्शन कराने एवं जागरूक करने के निर्देश दिए। साथ ही यात्रियों को व्यस्थित तरीके से कतार लगाकर दर्शन करवाने को कहा।
इस दौरान उप जिलाधिकारी बड़कोट जितेंद्र कुमार,सीओ सुरेंद्र भंडारी, अधिशासी अभियंता लोनिवि मनोहर सिंह,जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।