हिमालयन इम्युनिटी व्यंजनों का हब बनेगा उत्तराखंड, पर्यटन मंत्री ने किया खुलासा
देहरादून।
विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में पारंपरिक व्यंजनों को बढ़ावा दिया जाएगा। कहा कि राज्य में हिमालयन इम्युनिटी व्यंजन विकसित करने पर विचार किया जाएगा। उत्तराखंड में पॉलीहर्ब्स, मसालों का भंडार है। जो इसके चिकित्सीय उपयोग के लिए जाने जाते हैं और सदियों से ऋषियों और आयुर्वेद के प्रतिपादकों द्वारा उपयोग किए जाते हैं। कहा कि ‘‘राज्य में धार्मिक पर्यटन के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए हमने पहले ही भगवती सर्किट पूरा कर लिया है। वहीं भगवान शिव, वैष्णव सर्किट, नवग्रह सर्किट, नाग देवता सर्किट, गोयल देवता, रामायण व महाभारत सर्किट, विवेकानंद, शाक्य और महासू देवता सर्किट पर काम पूरे पैमाने पर चल रहा है। नए सर्किटों का काम पूरा होने के बाद राज्य में धार्मिक पर्यटन के नए रास्ते खुलेंगे। इसके अतिरिक्त, भारतीय रेलवे ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक एक रेलवे लाइन बिछाने के लिए पूरी तरह तैयार है। वेबिनार के माध्यम से सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा, ‘‘पर्यटन उद्योग, उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है, जो राज्य को कोविड 19 के प्रभाव से उबारने की क्षमता रखता है। उत्तराखंड के ग्रामीण समुदायों के लिए, पर्यटन का सीधा मतलब अवसर से है। यह महिलाओं और युवाओं के लिए रोजगार और आर्थिक सशक्तिकरण प्रदान करता है। पर्यटन, ग्रामीण समुदायों को उनके प्राकृतिक परिवेश, साथ ही साथ उनकी संस्कृति और विरासत की रक्षा करने और इसे बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करता है। ये बाते हीं, पर्यटकों को अद्वितीय अनुभव प्रदान करती हैं और वे इसका आनंद लेते हैं।