हरिद्वार महाकुंभ 2021 में घाटों को बांटा गया रेड, येलो और ग्रीन जोन में, श्रद्धालु को घर बैठे पता चल जाएगा कौन सा घाट है उनके लिए सुरक्षित

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हरिद्वार महाकुंभ 2021 में घाटों को बांटा गया रेड, येलो और ग्रीन जोन में,
श्रद्धालु को घर बैठे पता चल जाएगा कौन सा घाट है उनके लिए सुरक्षित

देहरादून।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार महाकुंभ 2021 की तैयारियों में युद्ध स्तर पर जुटी हुई है । साधु संतों के साथ लगातार बैठकों का दौर जारी है। वहीं धरातल पर तमाम योजनाओं पर कार्य हो रहा है। कोरोना संकट के बावजूद महाकुंभ को ऐतिहासिक व पूरी तरह से सुरक्षित बनाने को लेकर सरकार ने तमाम तरह के प्रयास किए हैं । इसके साथ ही महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो इसके लिए खास इंतजाम किए गए हैं।

वहीं हरिद्वार महाकुंभ के मुख्य स्नान पर्व पर आने वाले श्रद्धालुओं को पोर्टल पर पंजीकरण के दौरान घर बैठे ही यह पता चल जाएगा कि कौन से घाट पर स्नान करना सुरक्षित है और किस पर नहीं है। पोर्टल पर प्रत्येक घाट को रेड, येलो और ग्रीन कलर में इंगित किया गया है। रेड जोन पर उन इलाकों को रखा गया है, जहां पर हादसों या भगदड़ की ज्यादा आशंका रहती है। साथ ही पुरानी घटनाओं से सबक लेते हुए कई बदलाव किए गए हैं।

कुंभ पुलिस की प्रस्तावित कार्ययोजना में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को भी फोकस किया गया है। पूरे कुंभ क्षेत्र को सुरक्षा की दृष्टि से रेड, येलो और ग्रीन जोन में बनाया गया है। रेड जोन अति संवेदनशील, येलो जोन संवेदनशील और ग्रीन जोन को सुरक्षित श्रेणी में रखा गया है। इसी लिहाज से पुलिस बल की तैनाती और दूसरे सुरक्षा इंतजाम किए जाने हैं।

कुंभ पोर्टल पर घाटों के हिसाब से रेड, यलो और ग्रीन जोन को रंग के हिसाब से इंगित किया गया है। पोर्टल पर पंजीकरण करते समय हर श्रद्धालु यह देख सकता है कि किस घाट पर स्नान करना सबसे ज्यादा सुरक्षित है।
संवेदनशीलता के लिहाज से अपने घाट का चयन भी कर सकता है।

आईजी कुंभ संजय गुंज्याल ने बताया कि कुंभ और अर्द्धकुंभ में पूर्व की घटनाओं से सबक लेते हुए प्रस्तावित योजना में कई बदलाव किए गए हैं, ताकि महाकुंभ को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया जा सके। कोरोना काल की स्थिति के हिसाब से कार्ययोजना में परिवर्तन भी किए जा सकते है।

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