सीएम त्रिवेंद्र के दस हजार स्वरोजगार देने वाले ड्रीम प्रोजेक्ट का शुभारंभ, सीएम ने लैंडयूज की सबसे बड़ी बाधा एक सप्ताह में दूर करने दिए निर्देश, देरी पर होगी कार्रवाई 

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सीएम त्रिवेंद्र के दस हजार स्वरोजगार देने वाले ड्रीम प्रोजेक्ट का शुभारंभ, सीएम ने लैंडयूज की सबसे बड़ी बाधा एक सप्ताह में दूर करने दिए निर्देश, देरी पर होगी कार्रवाई

देहरादून।

दस हजार युवाओं को स्वरोजगार देने वाले सीएम सौर स्वरोजगार योजना का सीएम त्रिवेंद्र रावत ने शुभारंभ किया। शुभारंभ अवसर पर सीएम ने दो टूक शब्दों में साफ किया कि लैंडयूज चेंज की प्रक्रिया को हर हाल में एक सप्ताह में पूरा किया जाए। ऐसा न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। स्पष्ट किया कि बैंकों के स्तर पर भी लोन उपलब्ध कराने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए।
सचिवालय में आयेाजित कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि इस योजना में 10 हजार युवाओं व उद्यमियों को 25-25 किलोवाट के सोलर प्रोजेक्ट आवंटित किए जाएंगे। इस योजना से युवाओं और वापस लौटे प्रवासियों को जोड़ कर स्वरोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में मिलने वाले सभी लाभ इस योजना में भी मिलेंगे। सीएम ने कहा कि बैंकों की इसमें बहुत अहम भूमिका है। डीएम बैंकों से लगातार सम्पर्क और समन्वय बनाए रखें। सभी का दायित्व है कि युवा बिना किसी परेशानी के स्वरोजगार योजनाओं से लाभ उठा सकें। सीएम ने कहा कि योजना में लैंडयूज चेंज में एक सप्ताह से अधिक नहीं लगना चाहिए। देरी पर सख्त कार्रवाई होगी। जो लक्ष्य किए गए हैं, वे निर्धारित समय पर पूरे हों।
सचिव ऊर्जा राधिका झा ने कहा कि इस योजना से ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा मिलेगा। राज्य के स्थाई निवासी अपनी निजी भूमि या लीज पर भूमि लेकर सोलर प्लांट लगा सकेंगे। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूङी, मनीषा पंवार, सचिव अमित नेगी, हरबंस चुघ, अपर सचिव नीरज खैरवाल, महानिदेशक सूचना डा. मेहरबान सिंह बिष्ट, मुख्य परियोजना अधिकारी एके त्यागी मौजूद रहे।

इंटीग्रेटेड फार्मिंग से भी होगी आय
इंटीग्रेटेड फार्मिंग की इस योजना में सोलर पैनल लगाने के साथ उसी भूमि पर मौन पालन, फल, सब्जी और जड़ी-बूटी आदि का उत्पादन भी किया जा सकेगा। प्लांट वाली भूमि पर जलवायु आधारित औषधीय और स्कन्ध पौधों के बीच निशुल्क दिए जाएंगे।

14 हजार रुपये तक कमा सकेंगे युवा
बिजली खरीद को यूपीसीएल से 25 साल का करार होगा। प्लांट से पैदा होने वाली 38 हजार यूनिट बिजली पैदा होगी। जिसे चार रुपये से भी ज्यादा प्रति यूनिट की दर से यूपीसीएल खरीदेगा। प्लांट से सालाना 1.70 लाख की बिजली पैदा होगी। बैंक की किश्त, मेंटनेंस का खर्चा निकालने के बाद भी सालाना 70 हजार रुपये की शुद्ध बचत होगी। लोन खत्म होने पर यही कमाई 1.70 लाख होगी। लोन खत्म होने पर हर महीने 14 हजार रुपये से ज्यादा की घर बैठे कमाई होगी।

सिर्फ खर्च करने हैं एक लाख
प्रोजेक्ट की लागत दस लाख है। सात लाख रुपये का ऋण आठ प्रतिशत ब्याज पर सहकारी बैँक से मिलेगा। दो लाख मार्जिन मनी के रूप में एमएसएमई के तहत एडजस्ट होंगे। आवेदक को अपने स्तर पर सिर्फ एक लाख रुपये लगाने हैं। स्टांप ड्यूटी का 49 हजार रुपये भी माफ है।

300 वर्ग मीटर चाहिए जमीन
प्रोजेक्ट के लिए करीब डेढ़ से दो नाली(300 वर्ग मीटर) चाहिए। प्रोजेक्ट की 63 केवीए के ट्रांसफर से पहाड़ों में 300 मीटर हवाई दूरी और मैदानी क्षेत्रों में 100 मीटर दूरी होनी चाहिए। यूपीसीएल के राज्य में मौजूद 25 हजार ट्रांसफार्मर से प्रोजेक्ट जुड़ेंगे।

ऐसे करें आवेदन
वेबसाइट http:msy.uk.gov.in को खोलें।
वेबसाइट खुलने पर सीएम सौर स्वरोजगार योजना के डिस्पले पर क्लिक करते ही योजना का पेज खुलेगा।
पेज में ऑनलाइन आवेदन पर अपना पंजीकरण कराएं।
पंजीकरण के बाद आवेदन पर क्लिक कर अपना ईमेल और पासवर्ड डाल कर आवेदन की प्रक्रिया शुरू करें।
आवेदन के समय स्थाई निवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, योजना की रिपोर्ट, शपथ पत्र, आवेदन शुल्क का ड्राफ्ट की कॉपी, खतौनी की कॉपी स्कैन कर अपलोड करें।

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