उत्तराखंड में कोरोना लगातार डरा रहा है, गुरुवार को प्रदेश में 411 नए संक्रमित मरीज मिले हैं।

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उत्तराखंड में कोरोना लगातार डरा रहा है।

जीटी रिपोर्टर देहरादूनउ

त्तराखंड में कोरोना संक्रमण से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार
गुरुवार को प्रदेश में 411 नए संक्रमित मरीज मिले हैं। इसके साथ ही अब प्रदेश में मरीजों की संख्या 13636 पहुंच गई है। प्रदेश में नौ कोरोना मरीजों की मौत हुई है। एम्स ऋषिकेश में चार, सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में चार और दून मेडिकल कालेज में एक मरीज की मौत हुई है। इन्हें मिलाकर प्रदेश में अब तक 187 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। 
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हुई रिपोर्ट के अनुसार, आज ऊधमसिंह नगर में सबसे ज्यादा 125 और हरिद्वार में 115 मरीज सामने आए हैं। वहीं, अल्मोड़ा और चंपावत में दो-दो मरीज आए हैं। बागेश्वर में एक, चमोली में नौ, देहरादून में 87, नैनीताल में 47, पौड़ी में छह और टिहरी में 17 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। 
बता दें कि प्रदेश में अब तक 187 मरीजों की मौत हो चुकी है। जबकि 9423 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। वहीं, प्रदेश में अभी भी 3966 एक्टिव केस हैं। संक्रमित मरीजों की डबलिंग दर 26.1 दिन पहुंच गई है। जबकि रिकवरी दर 69.18 फीसदी है। 
प्रदेश में अब तक 2.85 लाख से अधिक सैंपलों की जांच हो चुकी है। पहले की तुलना में प्रदेश में सैंपलिंग बढ़ी है। इसकी तुलना में जांच के लिए भेजे गए सैंपलों की प्रतीक्षा सूची बढ़ रही है। वर्तमान में प्रदेश में 15928 सैंपल प्रतीक्षा में है। ऊधमसिंह नगर जिले में 2716, उत्तरकाशी में 2597, टिहरी में 2100, देहरादून में 1896, पिथौरागढ़ में 1524 सैंपल प्रतीक्षा में है। 
कोरोना आंकड़ों का अध्ययन कर रहे सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फाउंडेेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल का कहना है कि प्रदेश में छह प्रतिशत सैंपलों की जांच प्रतीक्षा में चल रही है। अन्य राज्यों की तुलना में यह प्रतिशत अधिक है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग को सैंपलों बैकलॉग को कम करने पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
 अब सीधे कोविड केयर सेंटर में भर्ती हो सकेंगे कम गंभीर मरीज,   देहरादून जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने यह निर्णय लिया है कि बिना लक्षणों वाले और कम गंभीर मरीजों को दून अस्पताल लाने के बजाय सीधे कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया जाएगा। ताकि दून अस्पताल पर अनावश्यक दबाव न बने और मरीजों को भी पर्याप्त सुविधा मिल सके। 

सीएमओ डॉ. बीसी रमोला ने बताया कि दून अस्पताल में सिर्फ गंभीर कोरोना पॉजिटिव मरीजों को ही भर्ती किया जाएगा। जबकि अन्य को सीधे विभिन्न कोविड केयर सेंटर में भेजा जाएगा। कोविड केयर सेंटर में भी डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।
डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने आदेश दिया है कि पुलिस में 55 साल से अधिक वाले किसी भी कर्मचारी से ड्यूटी न ली जाए। यदि बेहद आवश्यक हो तो उन्हें बहुत ही एहतियात के साथ बुलाया जाए। इसके अलावा जिस कर्मचारी को लगता है कि कोरोना टेस्ट होना आवश्यक है, उसका टेस्ट कराया जाना चाहिए। 
दरअसल, बीते कुछ दिनों में जिले में कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में पुलिस विभाग भी सतर्क हो गया है ताकि इस वायरस की चेन को तोड़ा जा सके। इस मामले में डीआईजी ने सभी थानों और अनुभागों में 55 वर्ष से अधिक वाले कर्मचारियों के संबंध में यह आदेश जारी किया है।

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