कॉपरेटिव बैंकों को पांच लाख नए बैंक खाते खोलने का लक्ष्य, सहकारी बैंक, मिनी बैंकों में खाते खुलवाने को चलेगा अभियान, किसानों, बेरोजगारों को बिना ब्याज का ऋण देने पर जोर
देहरादून।
कॉपरेटिव बैंकों, मिनी बैंकों को पांच लाख नए बैंक खाते खुलवाने का लक्ष्य दिया गया। इसके लिए बैंकों, मिनी बैंकों के रूप में बहुउद्देशीय सहकारी समितियों के स्तर से अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही किसानों और बेरोजगारों को बिना ब्याज का ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
सहकारिता की ओर से 3827 समूहों को बिना ब्याज का पांच लाख का ऋण उपलब्ध कराया जा चुका है। इसी तरह 6.41 लाख लोगों को भी व्यक्तिगत रूप से बिना ब्याज का ऋण दिया गया। इस अभियान को और तेज किए जाने को सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने निर्देश दिए। बताया कि इस साल पांच लाख नए बैंक खाते खुलवाए जाएंगे। इसके लिए गांव गांव अभियान चलाया जाएगा। लोगों को सहकारी सिस्टम से जोड़ा जाएगा। उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने और स्वावलंबी बनाने को ब्याज मुक्त ऋण दिया जाएगा। ताकि उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा सके।
सहकारी बैंकों में खाते खुलवाने के साथ ही बैंक और साधन सहकारी समितियों, मिनी बैंक की पड़ताल भी तेज होगी। सहकारिता से जुड़े हर अफसर को एक महीने में कम से कम पांच समितियों की पड़ताल करनी होगी। मिनी बैंकों में बढ़ते गबन के मामलों को देखते हुए पड़ताल के जरिए अफसरों की भूमिका भी सुनिश्चित की जाएगी।