तीन साल में राज्य के हर सेक्टर में हुआ विकास, सीएम त्रिवेंद्र ने गिनाईं उपलब्धियां
जीटी रिपोर्टर, देहरादून
तीन साल में राज्य के हर सेक्टर में विकास हुआ है। सीएम त्रिवेंद्र रावत ने एक सिरे से सरकार के तीन साल के कार्यकाल में हुए काम और केंद्र सरकार की योजनाओं से राज्य में आए बदलावों का पूरा ब्यौरा सामने रखा। स्वतंत्रता दिवस पर जनता के नाम संदेश में सीएम ने कहा कि उत्तराखंड में डबल इंजन सरकार का पूरा लाभ राज्य को मिल रहा है।
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर जनता के नाम संदेश में शुभकामनाएं देते हुए सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि राज्य में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं। इनमें ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन, चारधाम सड़क, केदारनाथ धाम पुनर्निर्माण, भारतमाला, जमरानी बहुउद्देशीय परियोजना, नमामि गंगे, देहरादून स्मार्ट सिटी आदि प्रमुख हैं। इस बीच राज्य में सड़क, रेल व एयर कनेक्टिविटी में काफी विस्तार हुआ है। कहा कि ‘हर घर को नल से जल योजना में प्रदेश के 15 लाख से अधिक परिवारों को स्वच्छ जल दिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले, सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और सैन्य व अर्धसैन्य बल के शहीद जवानों व राज्य आंदोलनाकारियों शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उत्तराखंड को भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था देने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। पिछले लगभग साढ़े तीन वर्षों में राज्य ने विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। राष्ट्रीय फलक पर उत्तराखंड ने अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहा है।
सीएम ने कहा कि पूरा देश, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैश्विक महामारी कोविड-19 से लड़ रहा है। अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए पीएम मोदी ने 20 लाख करोड़ रूपए का पैकेज दिया है। इसमें मजदूरों, गरीबों, किसानों, व्यापारियों, उद्यमियों सभी वर्गों के हितों का ध्यान रखा गया है। कहा कि प्रदेशवासियों की भावना का सम्मान करते हुए गैरसैंण को उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया गया है। अब गैरसैंण में राजधानी के अनुरूप आवश्यक सुविधाओं के विकास की कार्ययोजना बनाई जा रही है।
कोरोना से निपटने को तैयार किया मजबूत सिस्टम
सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि कोरोना के केस के मामले जरूर बढ़े हैं, लेकिन सरकार इससे निपटने को पुख्ता इंतजाम किए हैं। राज्य में हेल्थ सिस्टम को मजबूत किया गया है। वर्ष 2017 में जहां प्रदेश में केवल तीन जनपदों में आईसीयू की व्यवस्था थी, वहीं अब राज्य के सभी जनपदों में आईसीयू स्थापित किए जा चुके हैं।