पेयजल कर्मचारियों के पास घर चलाने तक को नहीं पैसे, जीपीएफ निकालने को मजबूर
जल निगम में तीन महीने से नहीं मिला है कर्मचारियों को वेतन
जीटी रिपोर्टर, देहरादून
जल निगम में कर्मचारियों को तीन महीने से वेतन नहीं मिल पाया है। पेंशनर्स भी पेंशन न मिलने से परेशान हैं। अब स्थिति ये आ गई है कि घर खर्च के लिए कर्मचारियों को जीपीएफ तक निकालना पड़ रहा है। करीब 150 से ज्यादा कर्मचारियों ने अलग अलग डिवीजनों से जीपीएफ निकालने को आवेदन किया है। बाकी भी बड़ी संख्या में आवेदन की तैयारी में हैं।कर्मचारियों के सामने दिक्कत के है कि समय पर वेतन नहीं मिल रहा। इससे बच्चों की स्कूल फीस समय पर नहीं दे पा रहे हैं। कई ने आवास बनाने को लोन लिया है। वे समय पर नियमित रूप से किश्ते जमा नहीं कर पा रहे हैं। इससे उन्हें अतिरिक्त ब्याज का अलग से भुगतान करना पड़ रहा है। घर खर्च, बीमारी में इलाज तक के लिए उन्हें परेशान होना पड़ रहा है। अब कर्मचारियों का सब्र टूटता जा रहा है। ऐसे में उन्होंने रिटायरमेंट के बाद के लिए रखी जाने वाली जीपीएफ की रकम तक को निकालने का जोखिम लेना शुरू कर दिया है। नियमित वेतन भुगतान न होने से कर्मचारियों में गुस्सा बढ़ रहा है।
पेंशनर्स की हालत ज्यादा खराब
कर्मचारियों से ज्यादा पेंशनर्स की हालत और भी खराब है। उनके पास जीपीएफ निकालने का भी विकल्प नहीं है। पेंशनर्स संघ के महामंत्री प्रवीण रावत ने कहा कि पेंशनर्स पर घर खर्च के साथ ही बीमारी के ईलाज का भी अतिरिक्त दबाव रहता है। जिन पेंशनर्स के बच्चे भी बेरोजगार हैं, उनके सामने तो और भी बड़ा संकट खड़ा है।
बार बार कहने के बाद भी नियमित वेतन भुगतान नहीं हो रहा। शासन स्तर पर सेंटेज की फाइलों के डंप होने का सिलसिला जारी है। तय समझौते का पालन नहीं हो रहा। कर्मचारी आर्थिक संकट में सामाजिक मान सम्मान बचाने को जूझ रहे हैं।
रामकुमार, अध्यक्ष डिप्लोमा इंजीनियर संघ
जब शासन से तय समझौता है कि वेतन खर्च और सेंटेज के अंतर की भरपाई सरकार करेगी, तो क्यों उसका पालन नहीं किया जा रहा है। वेतन न मिलने से नाराज कर्मचारी जीपीएफ निकालने को मजबूर हैं। सरकार कर्मचारियों के सब्र का इम्तिहान न ले।
विजय खाली, अध्यक्ष जल निगम कर्मचारी संघ
पूरा प्रयास किया जा रहा है कि कर्मचारियों को समय पर वेतन का भुगतान किया जाए। इसके लिए शासन स्तर से लंबित भुगतान से जुड़ी फाइलों का निस्तारण कराने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द नियमित वेतन भुगतान की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
वीसी पुरोहित, एमडी जल निगम