सिर्फ दो नाली जमीन में सीएम सोलर स्वरोजगार योजना से घर बैठे कमाएं पैसा
योजना से दस हजार युवा बनेंगे आत्मनिर्भर, 25 किलोवॉट के सोलर प्लांट से घर बैठे कमाएं पैसा, दूसरों को भी देंगे रोजगार
जीटी रिपोर्टर, देहरादून
सीएम सोलर स्वरोजगार योजना राज्य के युवाओं के लिए स्वरोजगार का बड़ा जरिया बनने जा रही है। दस हजार युवाओं को 25 किलोवॉट के सोलर प्लांट से जोड़ कर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। इन प्लांट के नीचे खेती, बागवानी कर घर बैठे हजारों रुपये कमा सकेंगे।
महज दो नाली(चार सौ वर्ग मीटर) जमीन है तो आप सोलर प्लांट लगाकर अपना रोजगार कर सकते हैं। सीएम त्रिवेंद्र रावत ने बताया कि पहली बार राज्य में न्यूनतम 25 किलोवॉट के भी सोलर पॉवर प्लांट लग सकेंगे। पहले न्यूनतम 100 किलोवॉट के प्लांट मंजूर होते थे। इस योजना में 25 किलोवाट तक का प्लांट लगाया जा सकेगा। इसके लिए दस लाख तक की पूंजी की जरूरत है। जिसके लिए सरकार लोन देनी। साथ ही इसमें सबसे खास बात ये है कि इसके लिए प्लांट के आसपास ग्रिड की जरूरत नहीं होगी। बल्कि नजदीकी ट्रांसफार्मर से प्लांट की लाइन जुड़ जाएगी। वो भी सरकार करेगी। कौशिक के अनुसार इसके लिए सरकार 25 साल का कांट्रैक्ट करेगी। इस प्लांट से पैदा होने वाली बिजली चार रुपये से भी ज्यादा प्रति यूनिट की दर से सरकार खरीदेगी। उन्होंने बताया कि एक साल बाद सामान्यत प्लांट से 70 से 80 हजार तक का शुद्ध मुनाफा आने लगेगा। जो कि बढ़ता जाएगा।
दो लाख सब्सिडी का लाभ
प्लांट मंजूर होते ही आपके बैंक खाते में दो लाख की सब्सिडी आ जाएगी। जो दस लाख के लोन में कट जाएगी। इसके बाद आठ लाख की शेष रकम में आपको एक लाख रुपये अपने स्तर से जमा कराने होंगे। शेष सात लाख का लोन कॉपरेटिव न्यूनतम सात प्रतिशत ब्याज दर पर देगा। रजिस्टर्ड मॉर्डगेज डीड में सात प्रतिशत स्टांप ड्यूटी माफ करने का प्रस्ताव भी कैबिनेट में लाया जा रहा है।
सालाना 1.76 लाख की पैदा होगी बिजली
25 किलोवॉट के प्लांट से सालाना 1.76 लाख की बिजली पैदा होगी। बैंक की किश्त, मेंटनेंस का खर्चा निकालने के बाद भी सालाना 70 हजार रुपये की शुद्ध बचत होगी। इसके साथ ही प्लांट की भूमि पर मौन पालन, खेती, बागवानी कर भी कमाई की जा सकेगी।
ये होंगी कुछ खास बातें
-अगर अपनी जमीन नहीं है तो लीज पर ले सकते हैं।
-कोई भी बालिग कामकाजी युवा, ग्रामीण या बेरोजगार आवेदन कर सकता है।
-शैक्षिक योग्यता या अन्य तरह की कोई बाधा नहीं।
-इसके तहत दस हजार आवेदन लिए जाएंगे।
-लोन सहकारी बैंक से सात प्रतिशत न्यूनतम ब्याज पर मिलेगा।
-प्लांट के नीचे खेती या मौन पालन के लिए कृषि व उद्यान की अन्य योजनाओं को भी लाभ मिलेगा।
-जमीन का लैंड यूज चेंज नहीं करना पड़ेगा।
-जिला स्तर पर गठिन समिति ही आवेदनों को चयन करेगी।