पुरानी पेंशन को कर्मचारी लामबंद, एक अक्तूबर को मनाएंगे काला दिवस
देहरादून।
पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के बैनर तले कर्मचारी एक अक्तूबर को काला दिवस मनाएंगे। मोर्चा की ऑनलाइन बैठक में काला दिवस मनाने का कार्यक्रम तय किया गया।
ऑनलाइन बैठक में मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल बडोनी ने कहा कि एक अक्टूबर 2005 के ही दिन राज्य के कर्मचारियों के लिए सरकार ने पुरानी पेंशन की सुविधा से वंचित कर दिया था। इसी के विरोध में कार्मिकों ने इस दिन को काले दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। कहा कि देश जिस संकट से गुजर रहा है। उससे निबटने को कर्मचारी का एनपीएस में जमा पैसा को जीपीएफ में बदल कर उसका उपयोग कर देश को आर्थिक संकट से बाहर निकाला जा सकता है।
प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि कहा कि कहा कि कोरोना संकट के बीच भी कर्मचारी लगातार रात दिन काम कर रहे हैं। कई कर्मचारी अपनी जान भी गंवा चुके हैं। इन विपरीत हालात में भी उनके परिवार के पास अब पेंशन तक की सुविधा नहीं है। इन्हीं हालात के लिए पुरानी पेंशन सुविधा बहाली की मांग हो रही है। पुरानी पेंशन कर्मचारी के जीवन में एक सुरक्षा की ढाल थी। जिसे सरकार ने समाप्त कर दिया है। कहा कि इस सुविधा को हर हाल में वापस लिया जाएगा। बैठक में देवेंद्र बिष्ट, प्रवीण भट्ट, योगिता पन्त, कपिल पांडे, जयदीप रावत, नरेश भट्ट, सौरभ नौटियाल,कमलेश मिश्रा, राजेन्द्र शर्मा , सुबोध कांडपाल आदि मौजूद रहे।