त्रिवेंद्र सरकार में डेयरी सेक्टर में बढ़े रोजगार के मौके, दस हजार युवाओं को मिलेंगी गाय
देहरादून।
राज्य में डेयरी सेक्टर में युवाओं के लिए स्वरोजगार के मौके बढ़ाने को दो साल में 30 हजार गाय सब्सिडी रेट पर दी जा रही हैं। सरकार 25 प्रतिशत सब्सिडी गाय खरीद के लिए उपलब्ध करा रही है। एक व्यक्ति को 3 से पांच गाय दी जा रही है।
सीएम स्वरोजगार योजना के तहत समेकित सहकारी विकास परियोजना की गंगा गाय महिला डेयरी योजना का लाभ लेने को लाभार्थी को किसी दुग्ध समिति का सदस्य बनना होगा। जो लोग अभी तक किसी समिति से नहीं जुड़े हैं, वे 25 रुपये पंजीकरण शुल्क जमा कर सदस्य बन सकते हैं। शहरी क्षेत्रों में आवेदक को दुग्ध संघ का सदस्य बनना होगा। डेयरी विभाग की वेबसाइट www.daireyvikasuttrakhand.org से भी फॉर्म अपलोड कर सकते हैं। जिसे भर कर आंचल डेयरी कार्यालय में जमा कराया जाना है। इस योजना में राज्य के भीतर से कोई पशु नहीं खरीदा जाएगा। राज्य के बाहर से पशु लाकर लोगों को दिए जाएंगे। ताकि राज्य के भीतर दूध देने वाली गाय की संख्या में इजाफा हो।
मिल्क बूथ से भी मिलेगा रोजगार
डेरी विभाग राज्य में आंचल दूध के 500 मिल्क बूथ लगा रहा है। बेरोजगारों को बूथ लगाने को दो लाख का लोन विभाग दे रहा है। पूरा बूथ तैयार कर मिलेगा। दूध, दही, पनीर, घी, मक्खन, मठ्ठा भी बूथ पर पहुंचाया जाएगा। इसकी बिक्री पर कमीशन के रूप में संचालक को पैसा मिलेगा।
इस योजना का मकसद युवाओं को गाय पालन के जरिए स्वरोजगार से जोड़ना है। पहले डेरी विभाग ने ग्रामीण महिलाओं को महज पांच हजार के योगदान पर एक एक गाय उपलब्ध कराई। अब तीन से पांच गाय दी जा रही हैं। कोरोना संकट में लौटे प्रवासियों के साथ ही स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में इस योजना से जुड़े रहे हैं।
धन सिंह रावत, सहकारिता राज्य मंत्री