आईटीआई कर्मचारियों को मिलेगा जितना दाम, करा जाएगा उतना ही काम, प्रभारी व्यवस्था के दायित्व लौटाए
देहरादून।
आईटीआई कर्मचारियों ने साफ कर दिया है कि उन्हें जितना वेतन और जिस पद पर तैनाती मिली है, वो उसके अतिरिक्त कोई काम नहीं करेंगे। उत्तराखंड राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कर्मचारी संघ ने अतिरिक्त दायित्व लौटाने शुरू कर दिए हैं।
कर्मचारियों ने गुरुवार को भी प्रदेश भर में आईटीआई में कार्यबहिष्कार जारी रखा। प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद जोशी ने बताया कि कर्मचारियों ने शासन को मांगों के निस्तारण का पर्याप्त समय दिया। अफसरों के आश्वासन पर आंदोलन पहले स्थगित किया गया। इसके बाद भी समय पर एक भी मांग को पूरा नहीं किया गया। ऐसे में मजबूरन कर्मचारियों को आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ा। कर्मचारियों ने तय कर लिया है कि जब तक नियमित पदोन्नति नहीं हो जाती, प्रभारी व्यवस्था में काम नहीं किया जाएगा। पांच अक्तूबर तक प्रभार वापस देने के साथ ही कार्यबहिष्कार जारी रहेगा। इसके बाद छह अक्तूबर को निदेशालय में धरना दिया जाएगा। महामंत्री पंकज सनवाल ने कहा कि अनुदेशकों, कार्यदेशकों, भंडारी संवर्ग से जुड़े कर्मचारियों ने प्रभार वापस किए हैं। कर्मचारी एक महीने से आंदोलन पर हैं। इसके बाद भी कोई सुध नहीं ली जा रही है। पूर्व में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के निर्देश के बाद भी अफसरों ने कोई कार्रवाई नहीं की। ऐसे में कर्मचारियों का आंदोलन लगातार जारी रहेगा।
प्रमुख मांगे
दैनिक कार्यों का विवरण गूगल शीट के माध्यम से भरने के आदेश को वापस लिया जाए
विभागीय पुनर्गठन के नाम पर कार्यदेशक, प्रधानाचार्य, भंडारी संवर्ग के पदों में कटौती न हो
कार्मिक विभाग के आदेश के विपरीत वार्षिक एसीआर के नये फार्मेट को वापस लिया जाए
प्रधानाचार्य, भंडारी संवर्ग के प्रमोशन भी जल्द हों
कर्मचारियों को सत्रांत लाभ दिया जाए
विभाग में कार्यदेशकों के रिक्त 55 पदों पर जल्द पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू की जाए
मृतक आश्रितों के नियुक्ति प्रकरण का जल्द निस्तारण हो