देहरादून। कार्यालय संवाददाता
कोरोना संकट के बीच वेतन कटौती, भत्ते नहीं दिए जाने, प्रमोशन न होने और नई भर्तियां न करने को लेकर लैब टेक्नीशियनों (एलटी) ने आंदोलन का ऐलान किया है। उन्होंने एक से पांच जुलाई तक काली पट्टी बांधकर काम करने का फैसला लिया है। इसके बाद भी समाधान नहीं होने पर सामूहिक उपवास कर काम करने की चेतावनी दी है।
उत्तराखंड मेडिकल लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन के महासचिव मनोज कुमार मिश्रा की ओर से शनिवार को एक ज्ञापन स्वास्थ्य सचिव को भेजा गया। उनकी ओर से कहा गया कि कोरोना, डेंगू, मलेरिया समेत हर विपदा की स्थिति में अपनी जान जोखिम में डालकर लैब टेक्नीशियन बिना छुट्टी के लिए काम करते हैं। कोरोना महामारी के बीच टेक्नीशियन गर्मी में पीपीई किट पहनकर सैंपलिंग और टेस्टिंग के काम में जुटे हैं। मांगों को लेकर कई बार अफसरों से मुलाकात की गई। उनके द्वारा आश्वासन भी दिए गए, लेकिन कोई समाधान नहीं किया गया। इसे लेकर लैब टैक्नीशियनों में आक्रोश है। सभी ने अब आंदोलन का मन बना लिया है।
ये है मांगें
– कोविड-19 में लगे कर्मचारियों की वेतन कटौती का फैसला वापस लिया जाए।
– प्रदेश में 150 नियमित एवं कुछ संविदा एलटी हैं। इन्हें जोखिम भत्ता दिया जाए।
– एलटी की प्रदेश में भारी कमी है। नई भर्तियां शुरू की जाएं। ताकि दबाव कम हो।
– अधिकांश एलटी ने दस सालों की सेवा पूरी कर ली है। उनके प्रमोशन जल्द हों।