पॉवर इंजीनियरों ने पकड़ा दस लाख का गबन, कर्मचारी पर मुकदमा, नये एमडी का दिख रहा असर
जीटी रिपोर्टर, देहरादून
ऊर्जा निगम में मोहनपुर सब डिवीजन स्तर के इंजीनियरों की सक्रियता के चलते करीब दस लाख का गबन पकड़ में आया है। आरोपी कर्मचारी के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिया है। आरोपी के खिलाफ निलंबन की भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
मोहनपुर डिवीजन के ईई सुधीर कुमार सिंह और मोहनपुर सब डिवीजन के दूसरे इंजीनियरों ने इस वित्तीय गबन को पकड़ा है। करीब छह महीने की विजिलेंस और दो महीने की लंबी कसरत के बाद ये गबन खुल पाया है। रेवेन्यू रिकॉर्ड के मिलान के दौरान संदेह होने पर पड़ताल शुरू हुई।
मोहनपुर डिवीजन के दोनों सब डिवीजनों मोहनपुर और सेलाकुईं में भेजी गई रसीद बुकों का रिकॉर्ड निकाला गया। कई रसीद बुकें डिवीजन में वापस ही नहीं लौटी, तो कुछ देरी से पहुंची। सभी रसीद बुकें वापस मंगाई गईं। बुक वापस न आने पर सख्त रुख दिखाया गया। एक सिरे से पूरे लेन देन का रिकॉर्ड बनाया गया। जो ब्यौरा सामने आया, उससे इंजीनियरों की पैरों तले जमीन खिसक गई। मालूम चला कि अस्थायी कनेक्शन और प्रीपेड मीटर समेत तमाम दूसरे भुगतान का पैसा विभागीय खातों में जमा ही नहीं हुआ। शुरुआती पड़ताल में करीब दस लाख की गड़बड़ी सामने आई। आरोपी क्लर्क गौरव कौशिक के खिलाफ प्रेमनगर थाने में मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया है। निलंबन को संस्तुति भी कर दी गई है।
आईएएस एमडी का इंजीनियरों पर असर
यूपीसीएल का अराजक माहौल नये एमडी के आने के बाद संभलता नजर आ रहा है। इंजीनियरों में खलबली मची हुई है। जिलों से लेकर मुख्यालय स्तर पर इंजीनियर अलर्ट मोड पर हैं।