उपमेला अधिकारी के खिलाफ इंजीनियरों खोला मोर्चा, एसई लोनिवि को नोटिस भेजने पर भड़के इंजीनियर, 15 जनवरी से आंदोलन शुरू करने की चेतावनी 

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उपमेला अधिकारी के खिलाफ इंजीनियरों खोला मोर्चा, एसई लोनिवि को नोटिस भेजने पर भड़के इंजीनियर, 15 जनवरी से आंदोलन शुरू करने की चेतावनी

देहरादून।

उपमेलाधिकारी हरिद्वार द्वारा अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग हरिद्वार को कारण दर्शक नोटिस जारी किया गया है। उपमेलाधिकारी द्वारा अधीक्षण अभियंता स्तर के मण्डलीय अधिकारी को कारण दर्शन नोटिस जारी किया जाने को डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ ने शासकीय प्रोटोकॉल के विपरीत बताया। इसे अभियंताओं का मनोबल गिराने वाला बताया।
महासंघ महासचिव अजय बेलवाल ने कहा कि अभियंता दिन रात मेहनत कर कुंभ संबंधी कार्यों का संपादन कर रहे हैं। ऐसी स्थितियों में अभियंताओं की मर्यादा का हनन किसी भी प्रकार से उचित नहीं है। उपमेलाधिकारी द्वारा अधीक्षण अभियंता स्तर के मण्डलीय अधिकारी को से इस प्रकार का पत्र व्यवहार अत्यंत अशोभनीय है। जनपद हरिद्वार की आपातकालीन बैठक में इस पर रोष व्यक्त किया गया एवं उक्त उक्त प्रकरण में उप जिलाधिकारी द्वारा अपने से वरिष्ठ अधिकारी से किए गए पत्राचार में प्रोटोकॉल का पालन न किए जाने का विरोध किया गया। उप मेला अधिकारी द्वारा अधीक्षण अभियंता के स्तर के अधिकारी का कारण दर्शक नोटिस जारी किया गया है, कारण बताओ नोटिस जारी करने का अधिकार केवल सचिव उत्तराखंड शासन को है। उप जिलाधिकारी द्वारा अपने उच्चाधिकारियों के अधिकारों का भी हनन किया गया है. जनपद हरिद्वार में समस्त अभियंता रात दिन एक कर कुंभ कार्य को सफल बनाने में जुटे हुए हैं परंतु उप मेला अधिकारी जिन का दायित्व विभागों के बीच में आपसी सामंजस्य बनाना है ,के द्वारा अपने दायित्व के विपरीत प्रशासनिक हनक दिखाते हुए अभियंताओं को हड़ताल के हेतु बाध्य किया जा रहा है। उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनयर्स महासंघ एवं उत्तराखंड इंजीनियर्स फेडरेशन द्वारा उक्त घटनाक्रम पर कड़ी आपत्ति जताई गयी है। संगठनों द्वारा मकर संक्रांति के अति महत्वपूर्ण स्नान के दृष्टिगत व्यवस्थाएं बाधित ना हो इस हेतु कार्यों को यथावत जारी रखने का निर्णय लिया गया है एवं निर्णय लिया गया है कि मकर संक्रांति के स्नान के उपरांत दिनांक 15 जनवरी 2021 को मेला अधिकारी हरिद्वार से वार्ता की जाएगी। उप मेला अधिकारी की लिखित माफी की मांग की जाएगी। लिखित माफी प्राप्त नहीं होने की स्थिति में 15 जनवरी 2021 के पश्चात जनपद हरिद्वार के सभी अभियंता कुम्भ संबंधी कार्यों से विरत रहेंगे। इसके बाद संगठनों के प्रांतीय नेतृत्व द्वारा उक्त प्रकरण को मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव उत्तराखंड के समक्ष उठाने का निर्णय लिया गया है।

इंजीनियर फेडरेशन भी विरोध में उतरी
उत्तराखंड इंजीनियर फेडरेशन के प्रांतीय महासचिव जितेंद्र सिंह देव
ने कहा कि उप मेला अधिकारी का दायित्व सभी विभागों के बीच आपसी समन्वय बनाना व कुंभ कार्यों को टीम भावना से सुगमता पूर्वक संपादित कराना है परंतु जिस प्रकार से उप मेला अधिकारी द्वारा मंडल स्तर के अधिकारी से अमर्यादित व विधि सम्मत व्यवस्थाओं के विरुद्ध पत्र व्यवहार किया गया है, वह अभियंताओं के सम्मान के प्रतिकूल है एवं फेडरेशन इसका कड़ा विरोध करती है। दिनांक 15 जनवरी को मेला अधिकारी हरिद्वार से वार्ता के उपरांत जनपद कार्यकारिणी के निर्णय के अनुरूप कार्यवाही प्रांतीय कार्यकारिणी द्वारा की जाएगी।

उपमेलाधिकारी स्तर से अधीक्षण अभियंता स्तर के मंडल अधिकारी को कारण बताओ नोटिस दिया जाना किसी भी प्रकार से उचित नहीं है। ऐसी स्थिति में जब कुंभ जैसी महत्वपूर्ण परिस्थिति हो सभी को टीम भावना से कार्य कर उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए। मंडल स्तर के अधिकारी की स्टॉक वेरिफिकेशन में ड्यूटी लगाने का प्रयास दिन-रात मेहनत से कार्य कर रही टीम के मनोबल को तोड़ता ही है और अपनी ही टीम के महत्वपूर्ण कार्यों में अनावश्यक खलल अत्यन्त आश्चर्यजनक है। शीघ्र समाधान नहीं होने पर उक्त प्रकरण को माननीय मुख्यमन्त्री जी के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा, ताकि ऐसे अंतरराष्ट्रीय स्तर के आयोजन में प्रदेश की छवि किसी भी प्रकार से धूमिल नहीं होने पावे।
अजय बैलवाल,
महासचिव, उत्तराखण्ड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ

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