स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से सड़क पर आए जल निगम के ऑफिस, कर्मचारी संगठनों के ऑफिसों पर संकट, विरोध में कर्मचारी
देहरादून।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के नाम पर जल निगम के कई ऑफिस सड़क पर आ गए हैं। परेड ग्राउंड में जल निगम की वर्ल्ड बैंक यूनिट समेत कई कर्मचारी संगठनों के कार्यालय हैं। जिन्हें हटाया जा रहा है। इसके विरोध में कर्मचारी संगठन सामने आ गए हैं। कर्मचारी संगठनों ने इस पूरे मामले की जांच की मांग की।
पेयजल निगम कर्मचारी अधिकारी पेंशनर्स एसोसिएशन के महामंत्री और जल निगम कर्मचारी महासंघ के पूर्व अध्यक्ष प्रवीन रावत ने कहा कि स्मार्ट सिटी के नाम पर यदि जल निगम की संपत्ति दी जानी थी, तो पहले संगठन कार्यालयों का दूसरे स्थान पर क्यों व्यवस्था नहीं दी गई। क्यों अपनी बेशकीमती भूमि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट नाम पर लुटा दी गई। उन्होंने इसे एक बड़ी साजिश करार दिया।
बिना मुआवजा, पुनर्वास पैकेज लिए ही अपनी संपत्ति स्मार्ट सिटी के नाम पर लुटाने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की। प्रबंधन की भूमिका पर भी सवाल उठाए।
परेड ग्राउंड में जल निगम की वर्ल्ड बैंक यूनिट, डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ भवन, जल निगम कर्मचारी महासंघ भवन, फील्ड कर्मचारी यूनियन कार्यालय के साथ ही गेस्ट हाउस भी है। ये सभी परिसंपत्तियां स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए सीधे अधिग्रहित कर ली गई हैं।
डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के अध्यक्ष रामकुमार और महासचिव अजय बेलवाल ने कहा कि जब तक कार्यालय, आवासीय सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जाती, तब तक संघ भवन खाली नहीं किया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री और स्मार्ट सिटी सीईओ को पत्र लिख दिया गया है। यदि सही तरीके से कार्यालय, आवासीय सुविधा को स्थान उपलब्ध नहीं कराया जाता, तो विरोध होगा।