सात दिन बंद रहें राज्य के सरकारी दफ्तर
देहरादून। उत्तराखंड अधिकारी कर्मचारी समन्वय मंच ने सात दिन तक प्रदेश सरकारी ऑफिसों को बंद रखने की मांग की है। मंच पदाधिकारियों ने कहा कि कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच कर्मचारियों से काम कराना, उनकी जान से खिलवाड़ है। मंच के मुख्य संयोजक नवीन कांडपाल और सुनील कोठारी ने कहा कि आए दिन लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में कर्मचारियों की जान खतरे में है। उन्होंने मांग की कि सरकार ज्यादा प्रभाव वाले जिलों में सारे कार्यालय एक सप्ताह के लिए बंद कर दे। साथ ही सभी कार्यालयों को पूरी तरह से सेनेटाइज करवाया जाए। ताकि कोरोना के संक्रमण से बचा जा सके। कहा कि अगर इसी तरह कर्मचारी वर्ग में ये महामारी फैलती गई तो आगे बड़ी मुश्किल हो सकती है। मंच के प्रदेश प्रवक्ता पूर्णानंद नौटियाल ने कहा कि सरकार ने सभी संगठनों को वार्ता के लिए बुलाया है। लेकिन अब तक मंच को वार्ता के लिए नहीं बुलाया गया। जबकि मंच प्रदेश का काफी प्रभावशाली संगठन है। ऐसे में सरकार के इस रवैये से कर्मचारियों में रोष है। बैठक में हरीश चंद्र नौटियाल, प्रताप पंवार,पंचम बिष्ट, संदीप मौर्य, अनंत राम शर्मा, विक्रम नेगी , रमेश रमोला और बनवारी रावत भी मौजूद रहे।