आज उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उक्रांद के संरक्षक एवं पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष श्री त्रिवेंद्र सिंह पंवार ने केंद्र सरकार से उत्तराखंड में परिवहन एवं पर्यटन के रोजगार से जुड़े लोगों के लिए 10 हजार करोड़ रुपए के राहत पैकेज की मांग करी है।उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते राज्य में पर्यटन तथा परिवहन व्यवसाय पूर्ण रूप से चौपट हो चुका है। और राज्य में एक बड़ी आबादी परिवहन एवं पर्यटन व्यवसाय पर निर्भर है। इसके साथ ही उन्होंने परिवहन व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए सरकार से मार्च 2021 तक वाहन का टैक्स माफ करने की मांग भी करी। उन्होंने कहा कि अब जबकि सरकार द्वारा अनलॉक की प्रक्रिया की जा रही है और पहाड़ों में वाहन चालक पूरी सवारियां लेकर चल रहे हैं इसलिए लॉकडाउन के दौरान वाहन किराए में की गई वृद्धि को समाप्त करके वाहन का किराया कम करके पूर्ववत किया जाए। उन्होंने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में देखा जा रहा है कि छोटे-बड़े वाहन पूर्व की भांति पूरी गाड़ी भर के सवारिया ले जा रहे हैं। जबकि उनसे नई दरों से बढ़ा हुआ किराया वसूला जा रहा है। जबकि कोरोना महामारी के कारण जनता आर्थिक रूप से बुरी तरह टूट चुकी है। ऐसे में वाहन चालकों पर्यटन व्यवसायियों के साथ जनता का ध्यान रखना भी सरकार का कर्तव्य बनता है। अगर समय रहते केंद्र सरकार द्वारा पर्यटन व परिवहन से जुड़े लोगों के लिए राहत पैकेज का एलान ना किया गया तो अन्य बेरोजगारों की तरह पर्यटन एवं परिवहन व्यवसायियों को भी आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ सकता है। उन्होंने कुमाऊं से गढ़वाल तक संपर्क मार्ग में यथाशीघ्र रोडवेज सेवा शुरू करने की भी मांग करी। पत्रकार वार्ता में श्री त्रिवेंद्र पवार के साथ निवर्तमान केंद्रीय प्रवक्ता संजय छेत्री,निवर्तमान केंद्रीय महामंत्री जयदीप भट्ट, वरिष्ठ नेता लताफ़त हुसैन, देहरादून जिला अध्यक्ष विजय बौराई तथा गौरव उनियाल आदि शामिल थे।