कटारमल, जागेश्वर को संवारने में जुटी त्रिवेंद्र सरकार, अन्य पर्यटन स्थलों पर भी फोकस
देहरादून। राज्य में नये पर्यटन सर्किट विकसित करने, 13 जिला 13 पर्यटन स्थल के जरिए पर्यटन के नये विकल्प तैयार करने में त्रिवेंद्र सरकार ने पूरा फोकस किया है। इस बीच कटारमल और जागेश्वर जैसे पर्यटन स्थलों की सूरत बदलने की दिशा में भी उल्लेखनीय प्रयास हुए हैं। स्वदेश दर्शन और हेरिटेज सर्किट योजना में इन दोनों स्थलों को विकसित किया जा रहा है।
कटारमल और जागेश्वर धाम में पर्यटकों की सुविधाओं को विश्वस्तरीय बनाया जा रहा है। ताकि यहां आने वाले पर्यटकों, श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। सरकार ने इसके तहत पार्किंग, जनसुविधा, साईड डेवलपमैंट, कैफे, सूचना केन्द्र ,सोलर लाइट, ओपन एयर थिएटर, कटारमल से मंदिर तक ट्रैक रूट, मंदिर तक सीढ़ी निर्माण, रेस्ट सेंटर, व्यू प्वाइंट, वाटर टैंक, साईंनेज आदि कार्य किए जा रहे हैं। इनके विकसित होने से स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार के नये अवसर प्राप्त होंगे। होम स्टे के जरिए स्वरोजगार के बड़े अवसर तैयार होंगे।
सरकार ऐसे इलाकों में ना केवल होमस्टे के माध्यम से लोगों को स्वरोजगार दे रही है वही पर्यटकों को रहने के लिए अच्छा होमस्टे और खाने के लिए स्वादिष्ट भोजन मिले तो कोई क्यों नहीं उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों में आएगा जहां सरकार ने 13 डिस्ट्रिक्ट और 13 डेस्टिनेशन का मंत्र पूरे प्रदेश में दिया है जिसके तहत लगातार काम हो रहा है वहीं पर्यटन आगे बढ़े इस को देखते हुए कहीं सर्किट भी सरकार ने चिन्हित किए हैं ऐसे में स्वदेश दर्शन हेरिटेज सर्किट योजना के अंतर्गत कटारमल एवं जागेश्वर का पर्यटन विकास किया जा रहा है। जी हां सरकार ने इन स्थलों पर कहीं जन सुविधाएं दी हैं जिससे अब यहां पर्यटकों की आमद और ज्यादा बढ़ने जा रही है। सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि योजनाओं के जरि युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ना सरकार की सवोच्च प्राथमिकता है। ऐसे ही अन्य सर्किट के माध्यम से सरकार और मंदिरों और पर्यटन स्थलों का भी जीर्णोद्धार करेगी।