कहां गईं कर्मकार कल्याण बोर्ड की फाइलें, नये अध्यक्ष से आखिर क्यों छुपाई जा रही हैं फाइलें
देहरादून।
उत्तरखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की फाइलें अचानक बोर्ड कार्यालय से शिफ्ट हो गई हैं। नये अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल से जानकारियां छुपाई जा रही हैं। नये अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल कर्मचारियों से जो भी फाइल मांग रहे हैं, वो उन्हें उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। फाइल भले ही हाल फिलहाल के भुगतान से जुड़ी हो या फिर तीन साल पहले नियुक्ति की, जवाब एक ही है। हर बार यही जवाब दिया जा रहा है कि फाइल श्रम मंत्री कार्यालय में हैं। ऐसे में आने वाले समय में बोर्ड के भीतर करोड़ों के भुगतान से जुड़ी फाइलों को लेकर विवाद बढ़ना तय है।
उत्तरखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में 2017 के बाद की ही फाइलें नहीं मिल रही हैं। यदि जल्द फाइलें नहीं मिली, तो एक नया विवाद खड़ा हो सकता है। इस पूरे मामले में बोर्ड के कुछ कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है। पूरी खरीद फरोख्त, फाइलों के रखरखाव से लेकर हर मामले में एक कर्मचारी की भूमिका सबसे अहम है। अब यही कर्मचारी निशाने पर है।
नये बोर्ड अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल भी कर्मचारियों के रवेयै को लेकर संतुष्ट नहीं हैं। फिलहाल वे शांति से अभी बोर्ड के कामकाज को बारीकी से समझने में लगे हैं, लेकिन मौजूदा स्थिति इसी तरह आगे भी जारी रही, तो उनके स्तर से भी सख्ती बरतने के संकेत दिए जा रहे हैं। वे पहले ही साफ कर चुके हैं कि सरकार की जीरो टालरेंस की छवि के अनुसार ही काम किया जाएगा। बोर्ड समेत सरकार को भी साइकिल घपले में डीएम देहरादून की जांच रिपोर्ट का इंतजार है। इस रिपोर्ट में क्या तथ्य सामने आते हैं। उसके अनुसार आगे की कार्रवाई होगी। कर्मकार कल्याण बोर्ड के नये सदस्यों और सचिव पर अभी फैसला लंबित है। शासन स्तर से बोर्ड के पूर्व सदस्य हटाए जा चुके हैं। अब नये सदस्यों की तैनाती की जानी है। इसी के साथ बोर्ड सचिव पद भी शासन स्तर से फैसला होना है। अध्यक्ष की ओर से श्रमायुक्त को सचिव पद की जिम्मेदारी दिए जाने की संस्तुति की गई है। बोर्ड सचिव के पद पर 2017 में दमयंती रावत की तैनाती की गई। इस फाइल के विषय में भी बोर्ड अध्यक्ष को यही जानकारी दी गई कि फाइल श्रम मंत्री कार्यालय में है।
शमशेर सिंह सत्याल, अध्यक्ष उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अनुसार बोर्ड कर्मचारियों से कई फाइलों की जानकारी ली गई, लेकिन यही बताया जा रहा है कि फाइल कार्यालय में नहीं है। खर्चों, भुगतान, नियुक्ति से जुड़ी कोई भी फाइल अभी उपलब्ध नहीं कराई गई है। जल्द सभी फाइलें कार्यालय में उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए गए हैं।