इंजीनियरों के निशाने पर ऊर्जा निगम का मानव संसाधन अनुभाग, सीधी भर्ती के जेई पर मेहरबानी और पदोन्नति वाले जेई से भेदभाव का आरोप
देहरादून।
ऊर्जा निगम में वरिष्ठता सूची, प्रस्तावित सेवा नियमावली को लेकर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। ऊर्जा ऑफिसर्स सुपरवाइजर्स एंड स्टाफ एसोसिएशन ने इस पूरे मामले में यूपीसीएल मानव संसाधन की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। एसोसिएशन ने वरिष्ठता निर्धारण को नियम विरुद्ध करार दिया। तत्काल इसमें संशोधन की मांग की।
एसोसिशन के महामंत्री आरएस मेहरा ने कहा कि यूपीसीएल में जूनियर इंजीनियर की वरिष्ठता सूची मनमाने तरीके से जारी की गई है। सेवा नियमावली के तय प्रावधानों का ध्यान नहीं रखा गया। विभागीय पदोन्नति के कोटे वाले जूनियर इंजीनियरों के साथ भेदभाव कर नुकसान पहुंचाया गया है। कहा कि विभागीय पदोन्नति के जूनियर इंजीनियरों की परीक्षा में माईनस नंबर की व्यवस्था की गई। जबकि सीधी भर्ती के जूनियर इंजीनियरों की परीक्षा में माईनस नंबर देने की व्यवस्था नहीं की गई। ये सीधे तौर पर सरकार के बनाए नियमों का उल्लंघन है।
कहा कि विभागीय नियमावली के अनुसार वरिष्ठता सूची में विभागीय पदोन्नति के जूनियर इंजीनियरों के नाम पहले आने चाहिए थे। उसके बाद सीधी भर्ती के जेई के नाम आने थे। लेकिन अपने चहेते इंजीनियरों को लाभ पहुंचाने को सीधी भर्ती के जूनियर इंजीनियरों को आगे कर दिया गया है। उन्होंने एमडी यूपीसीएल से इस मामले में दखल देने की मांग की।