फिर विवादों में भवन एवं कर्मकार बोर्ड, नए अध्यक्ष को बताए बिना 15 करोड़ का भुगतान, नए अध्यक्ष को नहीं दिखाई जा रही हैं अभी भी कोई फ़ाइल
देहरादून।
उत्तराखंड भवन एवं सन्निनिर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के नए अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल की बिना जानकारी के ही 15 करोड़ का भुगतान कर दिया गया है। अब अध्यक्ष को जानकारी भी नहीं दी जा रही है। न ही कोई फ़ाइल दिखाई जा रही है। ऐसे में आने वाले समय मे बोर्ड में गतिरोध और अधिक गहराना तय है।
अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल की तैनाती का आदेश 20 अक्टूबर को हुआ। उन्होंने 21 अक्टूबर को ही अध्यक्ष पद जॉइन कर लिया था। उनके जॉइन करने के बाद भी बिना उनकी जानकारी के ही बोर्ड स्तर से 15 करोड़ का भुगतान कर दिया गया। बकौल अध्यक्ष जब निवर्तमान बोर्ड सचिव दमयंती रावत से भुगतान को लेकर जानकारी मांगी गई, तो बताया जा रहा है कि फ़ाइल मंत्री कार्यालय में हैं। अध्यक्ष ने इस स्थिति को सही नहीं बताया। कहा बोर्ड की सभी व्यवस्थाओं को पारदर्शी तरीके से पटरी पर लाया जाएगा।
जांच होने तक नहीं होगा भुगतान
अध्यक्ष शमशेर सिंह ने कहा कि सिर्फ कम्पनियों को किए जाने वाले भुगतान पर रोक लगाई गई है। बैंकों को सिर्फ ऐसे ही भुगतान न किये जाने के आदेश दिए गए। श्रमिकों की सुविधाओं, कल्याणकारी योजनाओं, छात्रवर्ती के भुगतान जारी रहेंगे। जांच होने तक अन्य भुगतान पर रोक लगाई गई है।
बोर्ड की फाइलें पहुंची मंत्री कार्यालय
बोर्ड से जुड़ी हर छोटी बड़ी फ़ाइल की जानकारी नए अध्यक्ष तक नहीं पहुंच रही है। दमयंती रावत की तैनाती से जुड़ी फ़ाइल हो या भुगतान से जुड़े प्रकरण, कोई भी फ़ाइल नहीं मिल रही है। हर फ़ाइल का ठिकाना श्रम मंत्री हरक सिंह रावत का कार्यालय बताया जा रहा है।
जिस फ़ाइल की भी जानकारी मांगी जा रही है, वही नहीं मिल रही है। सभी फाइलों के बारे में कहा जा रहा है कि श्रम मंत्री कार्यालय भेजी गई हैं। जल्द सभी कागजात बोर्ड में लाने के निर्देश दिये गए हैं।
शमशेर सिंह सत्याल, अध्यक्ष