कमशियल होंगी राज्य की सहकारी समितियां, कमाएंगी मुनाफा, सहकारिता मंत्री ने दिए टिप्स
व्यावसायिक गतिविधियों को भूमि खरीदने को गठित की गईं समितियां
जीटी रिपोर्टर, देहरादून
राज्य में घाटे में चलने वाली सहकारी समितियों में व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ाई जाएंगी। इसके लिए किसान उत्पादन संगठन(एफपीओ) खोले जाएंगे। व्यावसायिक गतिविधियां शुरू किए जाने को भूमि खरीदी जाएगी। इसके लिए विभागीय स्तर पर उप निबंधक स्तर पर समितियों का गठन होगा।
विधानसभा में नैनीताल और यूएसनगर की बहुउद्देशीय सहकारी समितियों की समीक्षा करते हुए सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने एफपीओ खोले जाने के निर्देश दिए। कहा कि सहकारी समितियों को व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ाने के साथ ही ऊधम सिंह नगर में 10 व नैनीताल में पांच एफपीओ खोलने होंगे। जो समितियां लाभ में चल रही हैं, वह एफपीओ की स्थापना एवं अन्य व्यावसायिक गतिविधियों के लिए भूमि खरीद सकती हैं। इसके लिए विभागीय स्तर पर दोनों उप निबंधक की अध्यक्षता में समितियां गठित की जाएं।
सहकारिता मंत्री ने समितियों को लाभ में लाने को व्यावसायिक गतिविधियों के साथ ही कृषक एवं गैर कृषक सदस्यता बढ़ाने पर भी जोर दिया। विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं के तहत पूर्व से संचालित योजनाओं के अंतर्गत किसानों को निश्चित समय सीमा के भीतर ऋण दिया जाए। बैठक में उत्तराखंड राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष दान सिंह रावत, डीसीबी यूएसनगर अध्यक्ष नरेंद्र सिंह, निबंधक सहकारिता बीएम मिश्रा, अपर निबंधक ईरा उप्रेती, उप निबंधक कुमाऊं मंडल नीरज बेलवाल, महाप्रबंधक पीसी दुमका मौजूद रहे।
स्वायततता को प्रस्ताव दें समितियां
सहकारिता मंत्री ने कहा कि जो समितियां पूरी तरह स्वायतता चाहती हैं, तो वह अपने बोर्ड के माध्यम से प्रस्ताव दें। जिला सहायक निबंधक को प्रस्ताव प्रस्तुत करें। जिन समितियों के भवन जर्जर हो चुके हैं, वे भी प्रस्ताव दें।