उक्रांद के एजेंडे में कर्मचारियों की मांगे, आउटसोर्स कर्मचारियों को दिलाया जाएगा हक, रुद्रप्रयाग में होने वाली कार्यकारिणी में तय होगी रणनीति
देहरादून।
उत्तराखंड क्रांति दल ने अपने एजेंडे में कर्मचारियों को मांगों को प्राथमिकता पर रखने का निर्णय लिया है। कर्मचारी, आउटसोर्स कर्मचारियों की समस्याओं का निस्तारण न होने पर सरकार की घेरेबंदी की जाएगी। 28 और 29 अक्तूबर को रुद्रप्रयाग में होने वाली केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी। अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने साफ किया कि राज्य के कर्मचारियों और युवाओं से जुड़े विषयों पर विशेष फोकस किया जाएगा।
उक्रांद केंद्रीय कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने कहा कि कोरोना महामारी, लॉकडाउन के बाद उक्रांद नये जोश, उत्साह के साथ जनता के बीच जाएगा। कोरोना महामारी के दौर में भी कार्यकर्ताओं ने गांव गांव जाकर अपने सामाजिक दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया। अब पार्टी की सांगठनिक गतिविधियों में और तेजी लाई जाएगी। पार्टी 2022 के विधानसभा चुनाव में मजबूती के साथ जनता के बीच जाएगी। इसे लेकर केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक में रणनीति तय होगी। बैठक में केंद्रीय पदाधिकारी, सदस्य, जिला, नगर, महानगर अध्यक्ष, केंद्रीय प्रकोष्ठों के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
कहा कि राज्य में कर्मचारियों का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। आउटसोर्स कर्मचारी परेशान हैं। उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कभी भी नौकरी से बाहर कर दिया जा रहा है। युवाओं के लिए रोजगार के मौके कम होते जा रहे हैं। ऐसे में बैठक में इन तमाम मुद्दों पर न सिर्फ चर्चा होगी, बल्कि सरकार की घेरेबंदी को चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान होगा। कोरेाना महामारी से निपटने में उन्होंने सरकार पर पूरी तरह फेल होने का आरोप लगाया। इस अवसर पर केंद्रीय प्रवक्ता सुनील ध्यानी, महामंत्री जयप्रकाश उपाध्याय, लताफत हुसैन आदि मौजूद रहे।