
राज्य सहकारी बैंक के पूर्व एमडी फिर फंसे घपले में, 28 लाख की रिकवरी, डीसीबी टिहरी को पहुंचाया नुकसान
देहरादून।
राज्य सहकारी बैंक के पूर्व एमडी दीपक कुमार पर एक नये मामले में 28 लाख की रिकवरी की तलवार लटक गई है। टिहरी डीसीबी में महाप्रबंधक रहते हुए उन पर किसान बीमा के नाम पर बैंक को 28 लाख का नुकसान पहुंचाने का आरोप है। एआर कॉपरेटिव इला उप्रेती की जांच रिपोर्ट के आधार पर रजिस्ट्रार कॉपरेटिव ने कार्रवाई की संस्तुति की है।
जिला सहकारी बैंक टिहरी की ओर से कई मामलों में पूर्व एमडी दीपक कुमार के खिलाफ जांच की मांग रजिस्ट्रार कॉपरेटिव से की गई थी। जांच अधिकारी इरा उप्रेती की रिपोर्ट में साफ किया गया है कि जीएम डीसीबी टिहरी रहते हुए दीपक कुमार ने बिना किसानों की मंजूरी लिए उनके खाते से बीमा योजना के लिए पैसा इंश्योरेंस कंपनी को दिया। शिकायत होने पर उच्च स्तर से लेकर नाबार्ड ने भी नाराजगी जताई। दबाव पड़ने पर जीएम स्तर से फिर बिना किसी की मंजूरी लिए बैंक के खाते से पैसा निकाल किसानों के खाते में डाल दिया गया। लेकिन इंश्योरेंस कंपनी से पैसा वापस नहीं मिल पाया। इस प्रकार बैंक को 28 लाख का नुकसान हुआ।
रजिस्ट्रार बीएम मिश्रा ने बताया कि एआर की जांच रिपोर्ट मिल गई है। बैंक को जो 28 लाख का नुकसान हुआ है, उसकी रिकवरी के लिए बैंक को कहा गया है। डीसीबी टिहरी के बोर्ड समेत राज्य सहकारी बैंक की आगामी बोर्ड बैठक में भी इस मसले को रखा जाएगा। यदि डीसीबी टिहरी बोर्ड के स्तर से इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो बोर्ड की भूमिका भी जांची जाएगी। 28 लाख के नुकसान की भरपाई को रिकवरी होगी।