सड़कों पर उतरे जनरल ओबीसी कर्मचारी, अध्यक्ष के खिलाफ जांच समाप्त करने की मांग
देहरादून।
उत्तराखंड जनरल ओबीसी इम्प्लाइज एसोसिएशन से जुड़े कर्मचारियों ने अध्यक्ष दीपक जोशी के खिलाफ चल रही जांच को जल्द समाप्त किए जाने की मांग को लेकर दबाव तेज कर दिया है। बुधवार को सड़कों पर उतर विरोध जताया। प्रदेश भर में कर्मचारियों ने जिला मुख्यालयों पर दोपहिया वाहन रैली निकाल आक्रोश जताया। चेतावनी दी कि यदि अध्यक्ष दीपक जोशी के खिलाफ चल रही जांच जल्द निरस्त न की गई, तो बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
तयशुदा कार्यक्रम के तहत देहरादून में कर्मचारी विधानसभा के पास एकत्र हुए। यहां से कर्मचारी नारेबाजी करते हुए रिस्पना पुल, आईएसबीटी, पटेलनगर, बल्लीवाला चौक, बल्लूपुर, घंटाघर, राजपुर रोड, ईसी रोड होते हुए विधानसभा के पास लौट आए। कर्मचारियों ने शासन पर कर्मचारियों के उत्पीड़न का आरोप लगाया। चेताया कि दमनकारी नीति को समाप्त किया जाए। बेवजह उत्पीड़न की कार्रवाई बंद हो।
अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा कि ये समय सरकार और कर्मचारियों के बीच आपसी बेहतर समन्वय बना कर काम करने का है। कर्मचारियों की ओर से कोरोना महामारी के दौर में हर संभव मदद भी की गई। इसके बावजूद शासन ने गड़े मुर्दे उखाड़ते हुए कर्मचारियों को परेशान करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। संगठनों को दबाव में लेने को लेकर साजिश रची गई। कर्मचारियों के मौलिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है। इसका विरोध जारी रहेगा। महामंत्री वीरेंद्र सिंह गुसाईं ने कहा कि आश्वासन के बावजूद शासन की ओर से अभी तक जांच निरस्त किए जाने का फैसला नहीं लिया गया। इससे शासन की मानसिकता का पता चलता है। न ही सरकार ने सीधी भर्ती के रोस्टर में पहला पद अनारक्षित करने का आदेश किया।
रैली में दीपक जोशी, महासचिव वीरेंद्र सिंह गुसाईं, जिलाध्यक्ष आशुतोष बहुगुणा, महासचिव मुकेश ध्यानी, शैलजा सिंह, रीता कौल, रेनू लांबा, सोनाली वर्मा, अन्नू नौटियाल, प्रेम प्रकाश शैली, संजय चंदोला, चमनलाल असवाल, शैलेंद्र सिंह, डीएस सरियाल, बीके धस्माना, हीरा सिंह बसेड़ा, नरेश नौटियाल, राजेंद्र पंवार, शंकरदत्त पाठक, हेमंत शर्मा आदि मौजूद रहे।