अध्यक्ष पद से हटाए जाने से नाराज हरक और समर्थक, हटाए जाने की सूचना भी मीडिया से ही मिली, सीएम से मिल कर पूछेंगे हरक हटाने की वजह
देहरादून।
उत्तराखंड भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटाए जाने से कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और उनके समर्थक सकते में हैं। किसी को भी सरकार से इस चौंकाने वाले फैसले की उम्मीद नहीं थी। अंदरखाने सभी इस फैसले से नाराज बताए जा रहे हैं। क्योंकि मंत्री हरक को अभी भी विधिवत इस मसले की जानकारी नहीं मिली है। वे इस मसले पर सीधे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से बात करेंगे।
अध्यक्ष पद पर शमशेर सिंह की नियुक्ति का फैसला मंगलवार देर शाम हुआ। अंतिम समय तक इस फैसले की जानकारी चंद लोगों को छोड़ कर किसी को भी नहीं थी। हरक के लिए इसे एक बड़ा झटका बताया जा रहा है। 2017 में जब उन्होंने श्रम मंत्रालय संभाला था, तब अध्यक्ष पद पर सचिव श्रम और बोर्ड सचिव पद पर श्रमायुक्त जिम्मा संभाले हुए थे। तब बोर्ड गठन को लेकर बने एक्ट से बाहर जाकर स्वयं मंत्री हरक के अध्यक्ष का पद संभालने पर बड़ा विवाद हुआ था। यही विवाद तब और बढ़ा जब उन्होंने बोर्ड में शिक्षा विभाग से प्रतिनियुक्ति पर आई दमयंती रावत को पहले अपर मुख्य कार्याधिकारी और बाद में सीधे सचिव की जिम्मेदारी दे दी थी। अब रातों रात हरक और उनकी टीम की बोर्ड से विदाई के इस फैसले से स्वयं हरक सिंह और उनके समर्थक बेहद नाराज बताए जा रहे हैं। मंत्री हरक सिंह के मीडिया में आए बयानों में उनका कहना है कि वे अभी गढ़वाल के दौरे पर हैं। उन्हें बोर्ड में हुए इस बदलाव की कोई जानकारी नहीं है। उन्हें भी मीडिया के जरिए ही ये जानकारी मिली है। वे इस सम्बन्ध में जल्द देहरादून आकर मुख्यमंत्री से बात करेंगे।