सचिवालय संघ के चुनाव को लेकर निशाने पर सचिवालय प्रशासन, महासचिव ने दिखाया आईना, राजनीतिक दखल का विरोध
देहरादून।
सचिवालय संघ के चुनाव को लेकर संघ महासचिव राकेश जोशी ने सचिवालय प्रशासन विभाग की कलई खोल कर रख दी है। राजनीतिक हस्तक्षेप पर विरोध जताया। याद दिलाया कि कार्यकाल समाप्त होने पर सचिवालय संघ ने ही चुनाव कराने को लेकर सचिवालय प्रशासन को पत्र लिखा था। तब प्रशासन ने ही कोरोना महामारी को देखते हुए चुनाव मार्च 2021 तक टालने की अपील की थी।
सचिवालय संघ महासचिव राकेश जोशी ने अपर मुख्य सचिव सचिवालय प्रशासन राधा रतूड़ी के समक्ष अपना पक्ष रखा। कहा कि अभी संघ के चुनाव में सरकार का किसी भी तरह का हस्तक्षेप नहीं रहता था। इस बार मुख्यमंत्री को लिखे पत्र का सहारा लेकर सचिवालय प्रशासन की ओर से कूट रचना रची जा रही है। कहा कि कार्यकाल पूरा होते ही कई बार चुनाव कराने को लेकर कहा गया। हर बार सचिवालय प्रशासन ने कोरोना महामारी को देखते हुए सहमति नहीं दी। उल्टा सचिवालय प्रशासन ने ही चुनाव 31 मार्च 2021 तक न कराने का प्रस्ताव सीएम के समक्ष रखा।
इसके बाद ही संघ ने अपने सभी घटक संघों के समक्ष ओपन हाउस में चुनाव कराने को लेकर सभी की राय ली गई। सभी ने मौजूदा कार्यकारिणी को अगले छह माह तक काम करने के लिए अधिकृत किया। ये अधिकार कर्मचारियों ने दिया है, न कि सचिवालय प्रशासन ने। उन्होंने शासन पर संघ के अध्यक्ष और महासचिव को दो खेमों में बांटने को लेकर कुचक्र रचने का भी आरोप लगाया।
कर्मचारियों पर दर्ज नहीं होगा केस, कौन लेगा गारंटी
महासचिव राकेश जोशी ने कहा कि सचिवालय में 1500 कर्मचारी चुनाव में भाग लेते हैं। नामांकन प्रक्रिया, मतदान से लेकर तमाम दूसरी गतिविधियों के दौरान यदि सामाजिक दूरी के नियम टूटते हैं, तो इसकी गारंटी कौन लेगा। ऐसे में यदि किसी कर्मचारी, उम्मीदवार के खिलाफ द्वेषपूर्ण भावना के तहत महामारी एक्ट में केस दर्ज नहीं किया जाएगा, इसे लेकर स्पष्ट आदेश जारी किया जाए।